प्रभु कृपा

एक औरत रोटी बनाते बनाते *”ॐ भगवते वासूदेवाय नम: “* का जाप कर रही थी, अलग से पूजा का समयf कहाँ निकाल पाती थी बेचारी, तो बस काम करते करते ही…। एकाएक धड़ाम से जोरों की आवाज हुई और साथ मे दर्दनाक चीख। कलेजा धक से रह गया जब आंगन में दौड़ कर झांकी तो…

वैदिक भाषा परिष्कृत हुई तो संस्कृत भाषा कहलाई। भाषा को संस्कार मिले, तभी वो संस्कृत बन पाई।। जीवन बच्चों का सुसंस्कृत हो, संस्कार केंद्र का यही ध्येय। चमक जाएं बच्चे, जीवन आधार मिल जाए।। संस्कार बुरा नहीं होता, गुरुदेव ने समझाया। बुरी आदत, अच्छे संस्कार भेद सहज ही बतलाया।। जीवन इक बीज है, खाद हमारे…