बेटियां

बेटियां शुभकामनाएं हैं,बेटियां पावन दुआएं हैं।बेटियां जीनत हदीसों की,बेटियां जातक कथाएं हैं।बेटियां गुरुग्रंथ की वाणी,बेटियां वैदिक ऋचाएं हैं।जिनमें खुद भगवान बसता है,बेटियां वे वन्दनाएं हैं।त्याग, तप, गुणधर्म, साहस कीबेटियां गौरव कथाएं हैं।मुस्कुरा के पीर पीती हैं,बेटी हर्षित व्यथाएं हैं।लू-लपट को दूर करती हैं,बेटियाँ जल की घटाएं हैं।दुर्दिनों के दौर में देखा,बेटियां संवेदनाएं हैं।गर्म झोंके बने…

Prayers

Every day early morning this little girl would come to the church and stand before the Lord, close her eyes and with folded hands, murmur something for a couple of minutes.Then open her eyes, bow down, smile at Christ’s statue and go out running.This was a daily affair. The Priest was observing her and was…

गीता अध्याय

जय श्रीकृष्ण श्लोकों की संख्या: पहला अध्याय (अर्जुनविषाद योग): 47दूसरा अध्याय (सांख्य योग): 72तीसरा अध्याय (कर्मयोग) : 43चौथा अध्याय (ज्ञानकर्म सन्यास योग) : 42पांचवा अध्याय (कर्मसन्यासयोग): 29छठा अध्याय (आत्मसंयम योग): 47सातवां अध्याय (ज्ञानविज्ञान योग): 30आठवां अध्याय(अक्षरब्रह्म योग) : 28नौवां अध्याय राजविद्या राजगुह्य योग): 34दसवां अध्याय (विभूति योग) : 42ग्यारहवां अध्याय (विश्वरूप दर्शन योग) : 55बारहवां…

छोड़ो कल की बातें

छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानीनए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानीहम सेंचुरी वासी हम सेंचुरी वासीहम सेंचुरी वासी हम सेंचुरी वासी छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानीनए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानीहम सेंचुरी वासी हम सेंचुरी वासीहम सेंचुरी वासी हम सेंचुरी वासी अब न यहां कोई कुत्ता…

समय

मेरी गुजारिश है मेरे सेंचुरी वासियों से गुजरी हुई जिंदगी को कभी याद ना कर तकदीर में जो लिखा है उसकी फरियाद ना कर जो होगा वह होकर रहेगा तू कल की फिकर में अपनी आज की हंसी बर्बाद ना कर हंस मरते हुए भी गाता है और मोर नाचते हुए भी रोता है यह…

अकेला पेड़

अकेला पेड़ कभी भी अकेला नहीं होता वो दिखने में तन्हां सा पेड़ तन्हां नहीं होता। गुज़रते मुसाफ़िरों को बारिश-धूप से बचाता है वो तन्हां पेड़ सदियों की कहानी सुनाता है। उसके छाँव तले बैठने वालों की कमी नहीं होती और टहनियों पर गिलहरियों-बंदरों की थमी नहीं होती। परिंदा तो पैदा ही पेड़ पर बने…

मेरा शहर

मेरा शहर मेरे शहर की जानलो, ये कुछ बातें खास हैयहां के लोगों का कुछ अलग ही अंदाज है अब तो लोग घरों में कुत्ते बिल्ली हैं पालतेपर बुजुर्गों को जाने क्यू वृद्ध आश्रम में हैं डालतेएकाकीपन जब इंसान को है खलने लगताखुशियां कुत्तों बिल्लियों में इंसान ढूढने लगतालोग पालतू कुत्तों को बिना चैन के…

स्वतंत्रता दिवस

स्वतंत्रता दिवस अमृत महोत्सव में मजा ही आ गयारोम रोम पुलकित हुआ, देशभक्ति की दिखी ऐसी छटापूर्णिमा जी की टीम की वो मधुर सरस्वती वंदनास्वर की देवी की आराधना से श्रीगणेश ऐसा हुआ बेटी अविघ्ना की भावपूर्ण कविता में कुछ ऐसा कहात्योहारों को प्लास्टिक मुक्त मनाने का सुंदर संदेश दियास्वच्छता ,गीले सूखे कूड़ा का मर्म…

क्रोध से भिड़ो नहीं, उस पर नियंत्रण रखो

एक बार सात्यकि, बलराम एवं श्रीकृष्ण यात्रा कर रहे थे । यात्रा करते-करते रात हुई तो उन्होंने जंगल में पड़ाव डाला और ऐसा तय किया कि दो लोग सोयें तथा एक जागकर पहरा दे क्योंकि जंगल में हिंसक प्राणियों का भय था । पहले सात्यकि पहरा देने लगे और श्रीकृष्ण तथा बलराम सो गये ।…

अर्थ

*नित जीवन के संघर्षों से* *जब टूट चुका हो अन्तर्मन,* *तब सुख के मिले समन्दर का* *रह जाता कोई अर्थ नहीं ।।* *जब फसल सूख कर जल के बिन* *तिनका -तिनका बन गिर जाये,* *फिर होने वाली वर्षा का* *रह जाता कोई अर्थ नहीं ।।* *सम्बन्ध कोई भी हों लेकिन* *यदि दुःख में साथ न…